राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के तहत आज संयुक्त सचिव, श्री सुबोध यादव जी (A,IC & GW) ने क्षेत्रीय कार्यान्वयन एजेंसियों के साथ कार्य प्रगति पर समीक्षा बैठक की, जिसमे उन्होंने डेटा साझा करने की स्थिति, डेटा के संचार आदि पर एजेंसी, वरिष्ठ संयुक्त आयुक्त तथा TAMC विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की
जुलाई 07, 2021
दामोदर नदी बेसिन के केस स्टडी के साथ जल आवंटन मॉडल में इष्टतम उपयोग के महत्व पर सत्र, डॉ. नेसा, राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना द्वारा प्रस्तुत किया गया
जून 29, 2021
श्री पंकज कुमार, सचिव, DoWR, RD & GR, MoJS द्वारा गंगा नदी बेसिन के ग्लेशियल लेक एटलस का विमोचन
डॉ. के. सिवन, सचिव (अंतरिक्ष विभाग) और अध्यक्ष (इसरो) द्वारा NHP-भुवन पोर्टल का शुभारंभ
'ऑस्ट्रेलिया इंडिया टेक्निकल एक्सचेंज' पर जल विशेषज्ञों के साथ वर्चुअल मोड में परामर्श कार्यशाला
जून 24, 2021
NPMU ने 'गोदावरी और तापी बेसिन में रीयल-टाइम ऑपरेशनल स्पैटियल फ्लड अर्ली वार्निंग' पर हितधारकों के साथ वर्चुअल मोड में राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के तहत एक परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया।
जून 22, 2021
नहर वितरण नेटवर्क के वास्तविक समय जल स्तर को कैप्चर करने और रेटिंग वक्र तैयार करने के लिए डेटा के रूप में सेवा (Daas) मॉडल की दिशा में एनएचपी के तहत अपनी तरह की पहली सफल पहल - कार्यान्वयन एजेंसी: हरियाणा
NHP समीक्षा बैठक संयुक्त सचिव (A, IC & GW) श्री द्वारा आयोजित की गई थी। सुबोध यादव जी जहां उन्होंने SJC और TAMC विशेषज्ञों के साथ पिछली बैठक के कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर चर्चा की।
अप्रैल 09, 2021
श्री सुबोध यादव, संयुक्त सचिव (A, IC & GW) MoJS ने राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के तहत राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र द्वारा विकसित गोदावरी और तापी नदी बेसिन के लिए बाढ़ पूर्व चेतावनी प्रणाली की समीक्षा की है।
अप्रैल 01, 2021
विजयवाड़ा में NHP के तहत "भूजल प्रणाली: चुनौतियां और अवसर" पर राष्ट्रीय कार्यशाला।
मार्च 24, 2021
NHP समीक्षा बैठक संयुक्त सचिव (A, IC & GW) श्री द्वारा आयोजित की गई थी। सुबोध यादव जी जहां उन्होंने मुख्य कार्य बिंदुओं के एसजेसी और टीएएमसी विशेषज्ञों के साथ पिछली बैठक के कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर चर्चा की।
मार्च 22, 2021
NHP के तहत पंजाब जल संसाधन विभाग द्वारा MGSIPA, पंजाब में प्रोक्योरमेंट, इंस्ट्रुमेंटेशन, स्काडा, फाइनेंस और MIS पर तीन दिवसीय (1-3 मार्च 2021) प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
मार्च 01-03, 2021
राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना की तीसरी राष्ट्रीय स्तर की संचालन समिति की बैठक श्रम शक्ति भवन में श्री पंकज कुमार, सचिव, DoWR की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी।
फ़रवरी 19, 2021
श्री राकेश कश्यप, एसजेसी-I, कार्यान्वयन एजेंसी ओडिशा के मुख्य अभियंता, नोडल अधिकारी-NHP टीम के साथ, पीजोमीटर साइटों, छत पर वर्षा जल पुनर्भरण संरचना और राज्य डेटा केंद्र, भुवनेश्वर में सभी मौसम स्टेशन का दौरा किया।
जनवरी 12, 2021
जल संसाधन सूचना की सीमा, गुणवत्ता और पहुंच में सुधार लाना, बाढ़ के लिए निर्णायक सहायता प्रणाली तथा बेसिन स्तर स्रोत आकलन/आयोजना और भारत में लक्षित जल संसाधन पेशेवरों और प्रबंध संस्थानों की क्षमता को मजबूत बनाना।
यह घटक मौसम विज्ञान, धारा के प्रवाह, भूमि-जल, जल गुणवत्ता तथा जल भंडारण माप तथा जल सूचना केन्द्रों के निर्माण जिसमें जल संसाधन तथा उपयोग दोनों की जानकारी होगी, सहित नई और विद्यमान जल मौसम विज्ञान निगरानी प्रणालियों की स्थापना/आधुनिकीकरण हेतु धनराशि देगा। इस घटक को मुख्य केन्द्रीय एजेंसियों की सहायता से राज्यों/ संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा ....
यह घटक विभिन्न डाटा स्रोतों/विभागों से डाटाबेस और उत्पादों के मानकीकरण के माध्यम से वेब समर्थित डब्ल्यूआरआईएस वाले राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय जल सूचना केन्द्रों को सुदृढ़ बनाने तथा प्रभावी आयोजना, निर्णय लेने और कार्य करने हेतु निर्णय लेने वालों को व्यापक, समय पर तथा समेकित जल संसाधन सूचना उपलब्ध कराने में सहायता देगा ....
यह घटक परस्पर विश्लेषणात्मक उपकरणों तथा निर्णय सहायक प्लेटफार्मके विकास में सहायता देगा जो जल विज्ञान बाढ़ पूर्वानुमान, समेकित जलाशय कार्यकलापों, उन्नत कार्यकलाप, आयोजना हेतु जल संसाधन लेखांकन तथा बेसिन दृष्टकोण के आधार पर सतही तथा भूमिगत, दोनों प्रकार के जल के प्रबंधन हेतु डाटाबेस, मॉडल और परिदृश्य समेकन में सहायता देगा ....
घटक 'घ' का लक्ष्य सूचना आधारित जल संसाधन प्रबंधन हेतु क्षमता निर्माण करना है। यह (i) जल संसाधन सूचना केन्द्रों (ii) पेशेवर विकास (iii) परियोजना प्रबंधन और (iv) संचालन सहायता की स्थापना हेतु उप-घटकों की सहायता करेगा। परियोजना राष्ट्रीय और अंतर-राष्ट्रीय संस्थानों के साथ भागीदारी विकसित करेगी, क्रिया समुदायों की स्थापना करेगी ....
राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना